सार :आईएसआई एजेंट इकबाल काना अभी भी भारत के नंबर का प्रयोग कर रहा है। आशंका है कि वह कई लोगों के संपर्क में उसी नंबर से है। सवाल यह है कि उस पर शिकंजा कैसे कसा जाए।

मितेश कुमार सिन्हा प्रधान संपादक
कैराना।भले ही पुलिस ने पाकिस्तानी जासूस कैराना के नोमान को गिरफ्तार कर लिया हो, मगर अभी भी आईएसआई एजेंट इकबाल काना भारत के नंबर का प्रयोग कर रहा है। उसके ऑनलाइन रहकर अन्य लोगों के संपर्क में रहने की आशंका है। पुलिस से लेकर विभिन्न खुफिया एजेंसियां बेबस हैं। एजेंट के ऑनलाइन रहने के बावजूद उस पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है।
पानीपत के सीआईए प्रथम प्रभारी संदीप चहल के अनुसार, जांच में सामने आया है कि भारत के कुछ एजेंट ही पाकिस्तानी एजेंटों को सिम उपलब्ध कराते हैं। व्हाट्सएप पाकिस्तानी एजेंट भारत का ही प्रयोग करते हैं। जांच में आया है कि भारत के एजेंट चंद रुपयों के लालच में ओटीपी एजेंटों को दे देते हैं, ओटीपी लेकर एजेंट भारत के नंबरों का ही व्हाट्सएप प्रयोग करते हैं।
कहीं पासपोर्ट बनवाकर पाकिस्तान भेजने की तो नहीं थी तैयारी
पुलिस ने आरोपी के पास से जो पासपोर्ट बरामद किए हैं। आशंका है कि वह पासपोर्ट बनवाने वाले लोगों को पाकिस्तान भिजवाने की तैयारी में था। पुलिस जांच में जुट गई है।
