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फर्रुखाबाद में मवेशी टकराने से कालिंदी एक्सप्रेस के इंजन में आई खराबी, ढाई घंटे खड़ी रही

मितेश कुमार सिन्हा प्रधान संपादक

यूपी फर्रुखाबाद। जनपद के थाना कमालगंज क्षेत्र में भिवानी से प्रयागराज जा रही कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक मवेशी की मौत हो गई। इंजन में शव फंस जाने से ट्रेन झटका देकर बघार के निकट रुक गई। लोको पायलट व गार्ड ने इंजन में फंसे अवशेष निकाले। इंजन में तकनीकी समस्या आने ट्रेन रेलवे स्टेशन पर खड़ी हो गई। इससे यात्री परेशान रहे। आस-पास के यात्री दूसरी ट्रेन व वाहनों से चले गए। फर्रुखाबाद से दूसरा इंजन आया तब ढाई घंटे बाद ट्रेन अगले स्टेशन के लिए रवाना हो सकी।

भिवानी से प्रयागराज जा रही कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14118 रविवार सुबह करीब 6:40 बजे भोजपुर बघार से गुजर रही थी। विश्वविद्यालय के निकट रेलवे ट्रैक को पार करते समय मवेशी ट्रेन की चपेट में आ गया। ट्रेन के इंजन में फंस कर दूर तक घिसटता चला गया।

लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। गार्ड शिवेंद्र तिवारी व लोको पायलट अजय कुमार ने इंजन में फंसे अवशेष को हटाया। करीब 10 मिनट बाद ट्रेन आगे बढ़ाई। इंजन में तकनीकी खराबी आ जाने से धीमी गति से चली ट्रेन 6:51 बजे कस्बा के रेलवे स्टेशन पहुंची। लोको पायलट ने घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर को दी। लोको पायलट व गार्ड इंजन में आई खराबी को ठीक करने में जुट गए। आगे कोई घटना न हो इसलिए लोको पायलट ने ट्रेन खड़ी रखी। इंजन में आई खराबी की सूचना उच्चाधिकारियों को दी।

देर तक ट्रेन खड़ी रहने से उसमें सवार यात्री परेशान हो गए। लोग ट्रेन से उतर कर प्लेटफार्म व पटरियों पर बैठकर इंजन ठीक होने का इंतजार करते नजर आए। कन्नौज, गुरसहायगंज, जसोदा आदि आसपास के लोग पैसेंजर ट्रेन व रोडवेज बस से चले गए। करीब 8:40 बजे फर्रुखाबाद की ओर से दूसरा इंजन आया। लोको पायलट अजय कुमार ने कालिंदी एक्सप्रेस में लगा इंजन हटाया और दूसरे इंजन को ट्रेन में जोड़ा। करीब ढाई घंटे बाद 9:30 बजे ट्रेन अगले स्टेशन के लिए रवाना हो सकी।

हादसों में 200 से अधिक मवेशियों की जा चुकी जान
क्षेत्र के गांव देवरान गढ़िया में स्थित कान्हा गोशाला के साथ ही हसनापुर, भरतामऊ, चौकी महमदपुर, महमदपुर अचला व सिंधौली में गोशाला संचालित हैं। इसके बावजूद भारी संख्या में मवेशी छुट्टा घूम रहे हैं। यह केवल किसानों की फसल ही बर्बाद नहीं कर रहे, बल्कि लोगों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं। शेखपुर गुमटी के आगे ट्रैक के दोनों ओर बैरिकेडिंग नहीं लगी है। इससे हादसा होता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर रेलवे विभाग बैरिकेडिंग करा दे तो बेसहारा गोवंशों की जान बच सकती है। गुमटी के निकट कई बार हुए हादसे में अभी तक 200 से अधिक गोवंशों की मौत हो चुकी है। तत्कालीन सीओ अमृतपुर रविंद्र नाथ राय ने घटनास्थल पर बैरिकेडिंग लगाने के लिए डीएम व रेलवे को पत्र लिखा था।

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