ज्योति सिन्हा सह संपादक
यूपी फर्रुखाबाद। गर्मी में होने वाली बिजली की किल्लत को समाप्त करने के लिए शहर में जल्द ही तीन नए बिजलीघर बनेंगे। तीनों उपकेंद्रों के निर्माण में लगभग 18 करोड़ का बजट खर्च होने का अनुमान है। दो उपकेंद्रों के लिए तो जमीन भी मिल गई है। तीसरे उपकेंद्र के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। तीन नए उपकेंद्रों के बनने से शहरवासियों को ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिल जाएगी।
शहर में 33/11 केवीए ठंडी सड़क, लकूला, पांचाल घाट समेत आठ उपकेंद्रों से बिजली आपूर्ति की जाती है। मगर शहर की आबादी लगातार बढ़ने से उपकेंद्र ओवरलोड होने लगते हैं। गर्मी में सबसे ज्यादा ओवरलोडिंग की समस्या होती है। इससे ट्रिपिंग की समस्या बनी रहती है। इस समस्या से निजात के लिए विभाग ने वर्ष 2025-26 में बिजनेस प्लान के तहत शहर में 33/11 केवीए के तीन नए उपकेंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। एक उपकेंद्र के निर्माण में लगभग छह करोड़ की लागत आएगी। जसमई व सेंट्रल जेल तिराहे पर बनने वाले उपकेंद्र के लिए जमीन मिल गई है। अमेठी कोहना में उपकेंद्र के लिए जमीन देखी जा रही है।
यहां बनेंगे नए उपकेंद्र
1-जसमई तिराहा।
2-सेंट्रल जेल तिराहा।
3-अमेठी कोहना।
नए बिजली घर बनने से करीब 10 लाख लोगों को लाभ
फर्रुखाबाद। जसमई तिराहा, सेंट्रल जेल तिराहा और अमेठी कोहना में तीन नए बिजली घर बनने से करीब दस लाख आबादी को लाभ मिलेगा। तीनों उपकेंद्र बनने के बाद इनसे लगभग एक सैकड़ा से ज्यादा मोहल्लों को जोड़कर उन्हें आपूर्ति दी जाएगी। इससे शहर व शहर से जुटे ग्रामीण क्षेत्रों की लगभग दस लाख से ज्यादा आबादी को बिजली की समस्या से निजात मिलेगी। गर्मियों में उपभोक्ताओं को ओवरलोडिंग व ट्रिपिंग की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा।
जसमई तिराहा, सेंट्रल जेल तिराहा व अमेठी कोहना में 33/11 केवीए के उपकेंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। बिजनेस प्लान के तहत यह उपकेंद्र बनाए जाएंगे। जिला प्रशासन ने जसमई तिराहा व सेंट्रल जेल तिराहा पर उपकेंद्र निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करा दी है। अमेठी कोहना में जमीन देखी जा रही है। तीनों उपकेंद्रों पर करीब 15 से 18 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। -बृजभान सिंह, अधिशासी अभियंता, शहरी
