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एक बार फिर पैर पसार रहा कोरोना, केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले; क्या भारत को है डरने की जरूरत?

मितेश कुमार सिन्हा प्रधान संपादक

एशिया के कई देशों में एक बार फिर कोरोना पैर पसार रहा है। भारत में भी इसे लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। स्वास्थ्य एजेंसियों के विशेषज्ञों के साथ लगातार बैठकें हो रही हैं और सरकार अलर्ट मोड पर है। हालांकि अधिकारियों की तरफ से यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और इसके लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। डेटा के मुताबिक, भारत में 12 मई से अब तक कोविड-19 वायरस के केवल 164 मामले (Coronavirus Cases in India) सामने आए हैं।

नए वैरिएंट ने मचाया कहर
इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर केरल का नाम है। केरल में इस वक्त कोविड-19 के सबसे ज्यादा मरीज है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, केरल में इस वक्त कोरोना के 69 मामले एक्टिव हैं। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां 44 मामले (Kerala and Maharashtra COVID surge) हैं।

इसके अलावा तमिलनाडु में 34, कर्नाटक में 8, गुजरात में 6 और दिल्ली में करीब 3 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान और सिक्किम में भी एक-एक मामले हैं। एशिया में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह वायरस का नया वैरिएंट है।

बताया जा रहा है कि कोरोना के JN.1 वैरिएंट (JN.1 Variant)ने स्थिति को यहां पहुंचा दिया है। यह ओमिक्रॉन BA.2.86 का ही म्यूटेशन है। सिंगापुर और हॉन्ग कॉन्ग जैसे देशों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अगले कुछ हफ्तों तक स्थिति में सुधार की कोई उम्मीद नहीं है।


मुंबई में दो मरीजों की मौत
वहीं मुंबई के केईएम अस्पताल में दो कोविड पॉजिटिव मरीजों की मौत हो गई। दोनों गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। सूत्रों के हवाले से बताया कि एक मरीज को ओरल कैंसर था, जबकि दूसरा नेफ्रोटिक सिंड्रोम से जूझ रहा था। हालांकि बीएमसी ने यह स्पष्ट किया है कि दोनों मौतें कोविड-19 की वजह से नहीं, बल्कि उनकी बीमारी की वजह से हुई थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय हालात पर नजर बनाए हुए है।

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