hallabolnewsliveज्योति सिन्हा जिला संवाददाता फर्रुखाबाद कि रिपोर्ट :यूपी फर्रुखाबाद। जिले के एक हुनरमंद किसान ने महंगाई और प्रदूषण से बचने के लिए कबाड़ से ई-बाइक बना डाली। तकनीकी ऐसी कि उसके हाथों से बनी इलेक्ट्रानिक बाइक 10 रुपये में 50 किमी की यात्रा तय करती है। जिस बाइक पर उसने प्रयोग किया वह 16 साल पुरानी है। इसे बनाने में महज 30 से 35 हजार रुपये तक खर्च आया है।
फतेहगढ़ से सटे गांव निनौआ निवासी श्रीकांत भास्कर खेतीबाड़ी के साथ आटा चक्की भी चलाते हैं। पेट्रोल के बढ़ते दाम और प्रदूषण से होने वाली बीमारियों को लेकर चिंताएं सता रही थीं। रोड पर निकले, तो कई बाइकें धुआं फेंकते दिखीं। इसी के बाद उन्होंने अपनी 16 साल पुरानी बाइक को ई-बाइक में तब्दील करने की जुगत शुरू कर दी। श्रीकांत ने ई-बाइक के लिए पुराने कबाड़ से कुछ सामान लिया। इसके बाद कुछ पार्ट्स ऑनलाइन मंगवा लिए। कुछ बड़े बाइक मैकेनिकों से सलाह ली। फिर दिन-रात काम शुरू किया।
करीब 15 दिन की कड़ी मेहनत और ट्रायल के बाद उन्होंने पेट्रोल बाइक को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बाइक में तब्दील कर दिया। किसान का दावा है कि बाइक आसानी से बैक भी हो जाती है। इसमें चेन की कोई जरूरत नहीं होती। श्रीकांत ने बताया कि पेट्रोल इंजन निकाल कर उसकी जगह पर 60 वोल्ट व 30 हजार एमएच वाली एक बैटरी रख दी है। पीछे वाले पहिये में 1000 वॉट का हब मोटर लगा दिया है।
बताते हैं कि चार्जिंग में 10 रुपये का खर्च आता है। एक बार चार्ज होने पर यह बाइक करीब 50 किमी दूरी तय कर लेती है। अब न तो प्रदूषण हो रहा और न ही पेट्रोल पर अधिक खर्च करना पड़ रहा है। बाइक को इलेक्ट्रानिक बनाने में करीब 35 हजार रुपये खर्च आया है। उसके इंजन में काम कराने में करीब छह हजार रुपये लग गए। आवाज भी काफी कम है। नई बाइकें अधिक महंगी आ रही हैं। जिसके पास पुरानी बाइकें हैं, उसे ई-बाइक में आसानी से बदलवा सकते हैं। कई लोग उनसे अपनी बाइकें बदलवाने के लिए संपर्क कर रहे हैं।
डेढ़ यूनिट बिजली खर्च कर चार्ज हो जाती बैटरी
किसान श्रीकांत दावा करते हैं कि एक बार बैटरी पूरी चार्ज करने में बमुश्किल डेढ़ यूनिट बिजली खर्च होती है। पौन घंटे में बैटरी पूरी चार्ज हो जाती है। इसकी व्यवसायिक कीमत 10 रुपये होती है। एक बार बैटरी पूरी चार्ज होने पर 50 किमी दूर तक बाइक यात्रा कर लेती है। बैटरी को यदि पीछे के हिस्से में लगा दें, तो पेट्रोल और बैटरी दोनों से बाइक चलाई जा सकेगी। पेट्रोल पर महंगाई को देख उनकी बाइक काफी किफायती है।
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तीन क्विंटल वजन ले जाने की क्षमता
ई-बाइक बनाने वाले किसान श्रीकांत ने बताया कि इस बाइक में अधिक वजन लादने की क्षमता है। आसानी से तीन क्विंटल वजन ले जा सकते हैं। तीन लोग बैठ सकते हैं। इसमें मरम्मत का काम न के बराबर हैं। पेट्रोल बाइक में दो से चार हजार किमी चलने के बाद करीब एक हजार रुपये सर्विस कराने में खर्च हो जाते हैं। इसमें वह भी बचता है।
