मितेश कुमार सिन्हा प्रधान संपादक
यूपी फर्रुखाबाद।जनपद में आज दिनांक-27 फरवरी, 2025 भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी), उत्तर-प्रदेश के आह्वान पर को पूरे प्रदेश में भाजपा की केन्द्र सरकार के बिजली बिल-2022 तथा उत्तर-प्रदेश सरकार द्वारा बिजली के निजीकरण के विरुद्ध भारत की कम्युनिस्ट पार्टी,(मार्क्सवादी) विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी), फर्रुखाबाद द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय फतेहगढ पर विरोध प्रदर्शन किया गया तथा मुख्यमंत्री जी,उत्तर-प्रदेश सरकार,लखनऊ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी, फर्रुखाबाद के प्रतिनिधि अतिरिक्त !सिटी मजिस्ट्रेट, फर्रुखाबाद को तेरह सूत्रीय मांग-पत्र दिया गया। ज्ञापन में सरकार पर बिजली के निजीकरण को लेकर वायदा खिलाफी का आरोप लगाया गया है।
इसके अलावा बिजली के निजीकरण की योजना को रद्द करने,जो निजीकरण हो गया है उसे पुन: सरकारी क्षेत्र में लाने, पंजाब सरकार की तरह 300यूनिट तक मुफ़्त बिजली देने, बिजली उत्पादन की बंद पड़ी ईकाईयों को दोबारा चालू करने, स्मार्ट-प्री-पेड मीटर योजना रद्द करने, किसानों को नलकूपों के लिये कम से कम 18 घंटे प्रतिदिन बिजली आपूर्ति करने, घरेलू और नलकूपों के कनेक्शनों पर कनैक्शन चार्ज, तमाम अधिभार आदि की वसूली बन्द करने व बिजली खपत के अलावा कोई अन्य चार्ज न लेने, लाइन, ट्रांसफार्मर, बिलिंग मीटर, कनैक्शन काटने व जोड़ने के बदले वसूले जाने वाले पैसा आदि के खर्चे उपभोक्ता से न वसूलने, बिजली बिल 2022 को रद्द करने, बिजली उपभोक्ताओं से अवैध रूप से वसूले टैक्स के 34000 करोड़ बिजली विभाग में जमा है, उसे उपभोक्ताओं के बिलों में समायोजित करने, नलकूपों व घरेलू कनैक्शन पर जबरन बढ़ाये गये लोड को वापस लेने, बिजली के रेट ईंधन से जोड़ने तथा आयातित कोयला खरीदने की बाध्यता रद्द करने, बिजली विभाग में खाली पदों को भरने, सभी कर्मचारियों की स्थायी नियुक्त करने व संविदाकर्मियों को नियमित करने, बिजली विभाग में 6 माह तक हडताल पर पाबंदी जैसे जनतंत्र विरोधी फैसले को रद्द करने आदि की मांग की गईं हैं।
ज्ञापन देने वालों में सुनील कुमार कटियार, जिला मंत्री,सीपीआई(एम),फर्रुखाबाद, रामकुमार शर्मा,प्रमोद कुमार शाक्य एडवोकेट,निर्दोष कुमार,सुरेशचंद्र वर्मा, बलवीर सिंह, संतोष कुमार,अखिलेश कुमार,राजवीर शाक्य,सीपीआई के जिलामंत्री अमित कुमार यादव,एडवोकेट आदि उपस्थित रहे।
